श्री अमरनाथ यात्रा 2025 – कैसे करे पंजीकरण?
Kajal,
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बम-बम भोले के जयघोष के बीच बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पंजीकरण शुरू
श्री अमरनाथ यात्रा हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थों में से एक है। यह यात्रा हर साल हजारों श्रद्धालुओं को जम्मू-कश्मीर की ऊँचाई पर स्थित बाबा बर्फानी (शिवलिंग) के दर्शन के लिए आकर्षित करती है। इस यात्रा में भक्त कठिन पर्वतीय मार्गों को पार करके भगवान शिव के हिमलिंग स्वरूप के दर्शन करते हैं।
यहाँ हम अमरनाथ यात्रा 2025 की सभी महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से बता रहे हैं:
देशभर की 533 निर्धारित बैंक शाखाओं में सोमवार से बम-बम भोले के जयघोष के साथ श्री अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए अग्रिम यात्रियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। बैंकों ने ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के सिद्धांत पर पंजीकरण शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली है।
बैठक और तैयारी पूरी: यात्रा पंजीकरण प्रक्रिया के लिए यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बैंकों को खास दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
3 जुलाई से शुरू होगी यात्रा: अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी। देशभर में एसबीआई, पीएनबी, यस बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक की 533 शाखाओं में पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होगी।
📝 पंजीकरण प्रक्रिया
1. पंजीकरण प्रारंभ तिथि:
- 14 अप्रैल 2025 से पंजीकरण शुरू हो चुका है।
2. ऑनलाइन पंजीकरण:
3. ऑफलाइन पंजीकरण:
- देशभर में 562 अधिकृत बैंक शाखाओं (SBI, PNB, J&K Bank आदि) में किया जा सकता है।
4. ‘पहले आओ पहले पाओ’ आधार पर पंजीकरण:
- हर दिन के लिए सीमित संख्या में परमिट जारी किए जाते हैं, इसलिए जितना जल्दी पंजीकरण करेंगे, उतना बेहतर।
🛤️ यात्रा के मुख्य मार्ग
अमरनाथ यात्रा दो मुख्य मार्गों से होती है:
- पहल्गाम मार्ग (अनंतनाग जिला से शुरू)
- लंबा लेकिन प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर रास्ता
- यह मार्ग अपेक्षाकृत सुरक्षित और आरामदायक होता है
- बालटाल मार्ग (गांदरबल जिला से शुरू)
- छोटा लेकिन कठिन और सीधा रास्ता
- एक दिन में यात्रा पूरी करने वालों के लिए उपयुक्त
यात्रा के लिए बेहतर सेहत जरूरी, श्राइन बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की
श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए तैयार कर रहे श्रद्धालुओं के लिए श्राइन बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की है। कहा है कि श्रद्धालु यात्रा से पहले कम से कम 5 किलोमीटर की सुबह/शाम सैर शुरू करें। नीचे दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें:
- प्रतिदिन सुबह/शाम सैर करें।
- योग, प्राणायाम और शारीरिक व्यायाम करें।
- उच्च ऊंचाई के अनुकूल शरीर को ढालने के लिए पहले से प्रयास करें।
- प्रतिदिन कम से कम 5 किलोमीटर की सैर करें।
- जिन लोगों को हृदय या सांस की गंभीर बीमारी है, वे डॉक्टर की सलाह से ही यात्रा करें।
- पंजीकरण की प्रक्रिया के साथ ही स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जरूरी होगा, जिसे 15 अप्रैल 2025 के बाद का होना चाहिए।
- यह प्रमाणपत्र देशभर के अधिकृत डॉक्टर/अस्पताल से प्राप्त करना अनिवार्य है।
📅 यात्रा की तिथियाँ
- यात्रा प्रारंभ होगी: 3 जुलाई 2025
- यात्रा समाप्त होगी: 9 अगस्त 2025 (रक्षाबंधन के दिन)
- कुल अवधि: 38 दिन की होगी
श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा की प्लानिंग पहले से करें क्योंकि दर्शन की संख्या प्रतिदिन सीमित होती है।
👥 पात्रता मानदंड
- उम्र: 13 वर्ष से कम और 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोग यात्रा के पात्र नहीं हैं
- गर्भवती महिलाएं: 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को यात्रा की अनुमति नहीं है।
क्या न करें
- शराब, कैफीन युक्त पेय या धूम्रपान न करें।
- बीमार होने की स्थिति में यात्रा पर विचार न करें, क्योंकि उसकी निर्णय आपकी जिंदगी से जुड़ा है।
- उच्च रक्तचाप, अस्थमा जैसी बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज न करें, यह खतरनाक हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- यात्रा के लिए अधिकृत स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (CHC) जरूरी होगा।
- CHC केवल अधिकृत डॉक्टर/अस्पताल से प्राप्त होना चाहिए।
- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र में फोटो, डॉक्टर की मुहर व हस्ताक्षर होना चाहिए।
- यात्री की उम्र 13 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- छह सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिला को यात्रा की अनुमति नहीं है।
- पंजीकरण के बिना कोई भी यात्री यात्रा में शामिल नहीं हो सकेगा।
📄 जरूरी दस्तावेज़
- वैध आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र
- हाल की पासपोर्ट साइज फोटो
- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (CHC) – यह सर्टिफिकेट अधिकृत डॉक्टर से 15 अप्रैल 2025 के बाद जारी होना चाहिए
- पोस्टपेड मोबाइल नंबर – यात्रा के दौरान नेटवर्क की सुविधा हेतु अनिवार्य
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🔒 सुरक्षा व निगरानी
- सभी यात्रियों को RFID कार्ड दिया जाएगा, जिससे उनकी मूवमेंट को ट्रैक किया जाएगा।
- e-KYC प्रक्रिया भी अनिवार्य होगी।
🚁 हेलीकॉप्टर सेवा
यात्रियों की सुविधा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है:
- बुकिंग शुरू होगी: 10 जून 2025 से
- मार्ग:
- बालटाल से पंजतरनी
- पहल्गाम से पंजतरनी
यह सेवा विशेष रूप से बुजुर्गों और व्यस्त लोगों के लिए उपयोगी होती है।
🏨 रहने व खाने की सुविधा
- जम्मू, श्रीनगर, बालटाल और पहल्गाम में धर्मशालाएं, टेंट और होटल की सुविधा उपलब्ध है।
- यात्रा मार्ग में लंगर सेवाएं लगातार चलती हैं।
- हर रूट पर चिकित्सा सुविधा, मोबाइल हॉस्पिटल्स, और डॉक्टरों की टीम तैनात रहती हैं।
⚠️ महत्वपूर्ण सलाह और दिशानिर्देश
- बिना पंजीकरण के कोई भी यात्री यात्रा नहीं कर सकता।
- हर यात्री को यात्रा की तिथि और मार्ग के अनुसार परमिट मिलेगा।
- यदि आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें।
- धूम्रपान, शराब आदि का सेवन न करें।
- यात्रा से पहले नियमित योग और वॉक करना आवश्यक है।
📌 निष्कर्ष
अमरनाथ यात्रा आध्यात्मिकता, कठिनाई और आस्था से जुड़ा एक विशेष अनुभव है। यदि आप इस यात्रा की योजना बना रहे हैं तो समय रहते पंजीकरण जरूर कराएं, और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए निर्देशों का पालन करें।